बिहार की राजधानी पटना में मशहूर बिजनेसमैन गोपाल खेमका की हत्या हुए करीब 4 दिन बीत चुके हैं. पुलिस ने इस मामले में मंगलवार को खुलासा किया है और जानकारी दी है कि 5 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. घोपाल खेमका की हत्या अशोक साव नाम के शख्स ने करवाई है. बताया जा रहा है कि गोपाल खेमका और अशोक राव के बीच जमीन को लेकर कोई विवाद चल रहा था जिसकी वजह से उसने सुपारी देकर खेमका की हत्या करवाई. इस हत्याकांड में पुलिस ने शूटर उमेश यादव को गिरफ्तार किया है. जिसके बारे में जांच करते हुए पुलिस को एक चौंका देने वाली जानकारी मिली.

जी हां, बिहार के डीजीपी विनय कुमार ने 8 जुलाई को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस ह्त्याकांड से जुड़े कई सवालों से पर्दा उठाया. पुलिस ने बताया कि उमेश यादव को अशोक साव ने 4 लाख रुपये की सुपारी दी थी. उमेश ने एडवांस के तौर पर 40 हजार रुपये लिए थे. जब पैसों की जांच की गई तो पता चला कि उमेश की बेटी की कई दिनों से स्कूल की फीस नहीं भरी गई थी. जिसकी वजह से उमेश काफी परेशान था.

बेटी की फीस भरी

जब उसे अशोक साव ने सुपारी देने को बुलाया तो उसने एडवांस पैसे लिए और गोपाल खेमका की हत्या से पहले उसने अपनी बेटी के स्कूल जाकर 45 हजार रुपये फीस भरी. पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है. इसका मतलब है कि उमेश भारद्वाज ने पैसों की तंगी के चलते ही यह सुपारी ली थी और एडवांस मिलने के बाद सबसे पहला काम उसने फीस भरने का ही किया था. उमेश भारद्वाज की गिरफ्तारी के बाद ही इस हत्याकांड में एक के बाद एक कई पहलु खुलते गए.

CCTV फुटेज से मिले सुराग

पुलिस ने बताया कि घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरों को जब खंगाला गया तो बाइक की पहचान की गई. पुलिस ने बाइक पता लगाता तो उनके हत्थे उमेश यादव चढ़ गया. पुलिस ने उमेश को गिरफ्तार किया और सख्ती के साथ पूछताछ की. इस मामले में पुलिस का दावा है कि अभी भी कई और बड़े राज खुल सकते हैं और कई लोगों के नाम भी सामने आ सकते हैं. जमीन के विवाद में सुपारी किलिंग के मामले में पिछले कुछ दिनों से बिहार में सियासी बवाल मचा हुआ है.