एलन मस्क की कंपनी टेस्ला को यूरोप के कई देशों में अप्रैल महीने में भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है। स्वीडन, नीदरलैंड्स, डेनमार्क, फ्रांस और नॉर्वे जैसे देशों में टेस्ला की कारों की बिक्री में पिछले साल की तुलना में भारी गिरावट दर्ज की गई है। यह खबर तब आई है, जब मस्क ने हाल ही में घोषणा की थी कि वह अमेरिका में अपनी सरकारी जिम्मेदारियों से समय निकालकर टेस्ला पर ज्यादा ध्यान देंगे। हालांकि, इन आंकड़ों ने कंपनी के सामने नई चुनौतियां खड़ी कर दी हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक, स्वीडन में टेस्ला की बिक्री में 81 प्रतिशत की भारी कमी देखी गई। नीदरलैंड्स में यह आंकड़ा 74 प्रतिशत और डेनमार्क में 67 प्रतिशत रहा। फ्रांस में बिक्री 59 प्रतिशत घटी, जबकि नॉर्वे में 38 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। जर्मनी में इस साल के पहले तीन महीनों में बिक्री 62 प्रतिशत कम हुई, हालांकि अप्रैल के आंकड़े अभी सामने नहीं आए हैं। इन देशों में टेस्ला की बिक्री का कुल योगदान ज्यादा नहीं है, लेकिन ये शुरुआती आंकड़े कंपनी के लिए चिंता का कारण बन सकते हैं। एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर यही स्थिति रही, तो टेस्ला को बड़े बाजारों में भी नुकसान हो सकता है।

मस्क की राजनीतिक टिप्पणियों का असर?

टेस्ला की बिक्री में इस गिरावट के कई कारण हो सकते हैं। मस्क की राजनीतिक टिप्पणियां और उनके अमेरिका में सरकारी कामकाज में शामिल होने से कुछ ग्राहकों में नाराजगी देखी गई है। मस्क ने हाल ही में जर्मनी में एक विवादास्पद उम्मीदवार को सपोर्ट किया था, जिसके बाद वहां बिक्री में कमी आई।

इसके अलावा, टेस्ला के पुराने मॉडल और चीनी कंपनी बीवाईडी जैसे प्रतिद्वंद्वियों के नए इलेक्ट्रिक वाहनों ने भी बाजार में टेस्ला की स्थिति को कमजोर किया है। कंपनी ने अपने लोकप्रिय मॉडल वाई को अपग्रेड करने के लिए कुछ समय तक फैक्ट्रियां बंद रखीं, जिससे आपूर्ति प्रभावित हुई। साथ ही, यूरोप में टेस्ला की सेल्फ-ड्राइविंग तकनीक को अभी मंजूरी नहीं मिली है, जो अमेरिका और चीन में उसकी बिक्री का बड़ा कारण है।

हालांकि, सभी खबरें बुरी नहीं हैं। इटली में टेस्ला की बिक्री में 3 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई, जो कंपनी के लिए थोड़ी राहत की बात है।

पिछले हफ्ते मस्क ने निवेशकों को बताया था कि वह मई से अपने सरकारी काम को कम करके टेस्ला पर ज्यादा ध्यान देंगे। मस्क अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ मिलकर डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (डीओजीई) का नेतृत्व कर रहे थे, जहां उन्होंने कई सरकारी विभाग बंद किए और हजारों कर्मचारियों की छंटनी की। इस घोषणा के बाद टेस्ला के शेयरों में तेजी देखी गई, लेकिन कंपनी का मुनाफा पहली तिमाही में 71 प्रतिशत कम हुआ।

टेस्ला के सामने अब चुनौती है कि वह अपनी बिक्री को कैसे पटरी पर लाए। मस्क की रणनीति और बाजार की प्रतिक्रिया पर सबकी नजरें टिकी हैं। क्या मस्क टेस्ला को इस संकट से निकाल पाएंगे, यह आने वाले महीनों में साफ होगा।