जींद पुलिस की बड़ी कार्रवाई, निवेश घोटाले में मुख्य आरोपी गिरफ्तार
जींद: गांव थुआ के एक व्यक्ति सहित 25 से ज्यादा जानकारों, रिश्तेदारों को कंपनी में राशि निवेश करवा मोटा मुनाफा कमाने का झांसा देकर एक करोड़ रुपये हड़पने के एक आरोपित को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपित की पहचान राजस्थान के लाल कोठी जयपुर निवासी प्रकाशचंद जैन के रूप में हुई है।
गांव थुआ निवासी सतीश ने 28 नवंबर 2024 को अलेवा थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि मध्य प्रदेश निवासी कमल गोस्वामी पानीपत में काम करता था और उसके साथ उसकी जान-पहचान थी। उसने काम धंधे के बारे में पूछा तो उसने कहा कि वह बेरोजगार है। कमल गोस्वामी ने कहा कि उसके रिश्तेदार हैं, जो डीजी मुद्रा के नाम से बिजनेस कर रहे हैं।
इसमें निवेश करने पर एक साल में ही तीन गुणा मुनाफा होता है। वह उसकी बातों में आ गया। कमल गोस्वामी ने उसे राजस्थान के जयपुर में भेज दिया, जहां अजमेर रोड पर जीवी टोल प्लाजा के पास कंपनी का मुख्य कार्यालय था और वहां किस्टल माल में डायरेक्टर रवि जैन तथा प्रकाश जैन से मिला। इस दौरान वहां अमित, विवेक, शशि जैन, कैलाश मालाकार भी मौजूद थे। सभी ने उसे कंपनी के बारे में बताते हुए कहा कि यह भारत सरकार से मान्यता प्राप्त है।
डायरेक्टर प्रकाश चंद जैन, रवि जैन के साथ मुलाकात के बाद कैलाश, कमल ने उसे कंपनी का प्लान बताया। आरोपितों के कहे अनुसार उसने 15 अगस्त 2022 को 13 हजार 540 रुपये लगा दिए। इसके बाद उसके मोबाइल फोन पर एप बनवाई गई और इसमें साफ्टवेयर में उसकी राशि दिखने लगी। सतीश ने अपने रिश्तेदारों, दोस्तों के साथ कमल गोस्वामी और कैलाश के साथ बैठक करवाई।
उन्हें बहुत ज्यादा रुपया कमाने के सपने दिखाए गए। उनसे प्रभावित होकर सतीश ने अपने भाई सुरेंद्र, बहन गीता, भतीजी अनुष्का, मां रामरती के नाम से आईडी बनाकर 29 लाख 58 हजार 573 रुपये निवेश कर दिए। एप में यह राशि दिखने लगी। कुछ समय के बाद रुपये बढ़कर दिखने लगे लेकिन ये निकल नहीं रहे थे तो उसने आरोपितों से बात की। वह जयपुर भी मुख्य आफिस पर गए। इसके बाद उन्हें तीन महीने का समय दिया गया।
तीन महीने बाद भी रुपये नहीं निकले तो सभी परेशान हो गए। उन्होंने अपने स्तर पर छानबीन की तो पता चला कि आरोपित रवि जैन दो हजार करोड़ रुपये की ठगी कर दुबई में भाग गया है।
पुलिस ने सतीश की शिकायत पर जयपुर के टोंक रोड निवासी प्रकाश चंद जैन, डायरेक्टर रवि जैन, मध्य प्रदेश के रूटियाइ निवासी कमल गोस्वामी, अजमेर निवाासी कैलाश मालाकार, विवेक, शशि जैन, नागौर निवासी ओमपुरी गोस्वामी, अजमेर निवासी रामस्वरूप, इला जैन, ओजस इन्फोटेक जयपुर का मालिक आकाश जैन व 20-25 अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया था। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपित प्रकाशचंद्र जैन को गिरफ्तार कर लिया।