भरतपुर : राजस्थान के भरतपुर रेंज की पुलिस ने लगभग 4 सौ करोड़ की ठगी के मामले में मुख्य सरगना को गिरफ्तार किया है. पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में आरोपी से कई चौकाने वाले तथ्य सामने आये हैं. पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया साइबर ठगी का आरोपी रोहित अपने साथी शशिकांत के साथ विदेशो में रह रहे साइबर ठगों के संपर्क में था.

इस मामले में पूछताछ में सामने आया है की दोनों सरगना 7 बार कम्बोडिया भी जा चुके हैं. पुलिस ने मुख्य सरगना रोहित को उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर से गिरफ्तार किया गया है. आरोपी अपनी पत्नी के वाईफाई से मोबाईल चला रहा था. मुख्य सरगना रोहित की टीम कम्बोडिया में रहकर कंपनी का टेक्निकल काम देखते थे.

रोहित और शशि ने 25 कंपनियां फर्जी डायरेक्टर बनाकर खोली

भरतपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक राहुल प्रकाश ने बताया है की 4 सौ करोड़ की साइबर ठगी के मामले में पुलिस 6 आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. अब भरतपुर पुलिस ने इस गैंग के सरगना रोहित दुबे को भी गिरतार कर लिया है. इस ठगी में मुख्य आरोपी शशि कांत और रोहित दुबे हैं.

इसके साथ ही आरोपी मिर्जापुर में अपनी पत्नी के साथ रह रहा था. अपनी पत्नी के मोबाइल के वाईफाई से टेलीग्राम को यूज कर रहा था. यह अपना खुद का मोबाइल नंबर और सोशल मीडिया साइट्स यूज नहीं कर रहा था. भरतपुर पुलिस ने काफी कोशिश के बाद इसे गिरफ्तार किया है.

रोहित ने पूछताछ में बताया है कि उसने अपने लैपटॉप और मोबाइल को नदी में फेंक दिया है. उसकी जांच चल रही है. रोहित और शशि ने करीब 25 कंपनियां फर्जी डायरेक्टर बनाकर खोली थी. जिसमें से 16 कंपनियां फर्जी थी. आरोपी ने 16 कंपनियों के माध्यम से ही साइबर फ्रॉड कर रहे थे. उन रुपयों को दूसरी कंपनी के अकाउंट में ट्रांसफर कर रहे थे. आरोपियों के विदेश में भी साइबर ठगी के पार्टनर हैं. उन्हें आरोपी टेक्निकल टीम कहते हैं.

इनकी टेक्निकल टीम कम्बोडिया से ऑपरेट कर रहे हैं. रोहित की गिरफ्तारी के बाद उनके बारे में ज्यादा डिटेल्स मिलने की संभावना है. मुख्य आरोपी रोहित और शशिकांत ही पूरे साइबर फ्रॉड को हैंडल करते थे. दोनों आरोपी सिम लाकर देते थे और अपने साथियों से मीटिंग भी करते थे. दोनों आरोपी करीब 7 बार कम्बोडिया गए हैं. एक दो बार टीम के दूसरे भी लोगों को कम्बोडिया भेजा गया है.