पंजाब में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच तल्खी बढ़ती नजर आ रही है. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा के समर्थन में कांग्रेस आलाकमान उतर आया है. दरअसल बाजवा ने राज्य में 50 बम पहुंचने से संबंधी एक बयान दिया था, जिसके बाद से राज्य में सियासत गरमा गई है. सूबे के मुख्यमंत्री ने बीते दिन उन पर तीखी प्रतिक्रिया दी थी. वहीं अब कांग्रेस उनके साथ खड़ी दिखाई दे रही. पार्टी का कहना है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है और मुख्यमंत्री भगवंत मान नाकाम साबित हुए हैं.

सूत्रों के मुताबिक आलाकमान ने राज्य और केंद्र के नेताओं को निर्देश दिया है कि सभी लोग खुलकर बाजवा का समर्थन करें. केंद्रीय नेतृत्व का कहना है कि पंजाब की आप सरकार भृष्ट है ऐसे में उसके खिलाफ मोर्चा खोलना चाहिए. इससे पहले हाल ही में डेटा प्रोटेक्शन एक्ट के खिलाफ इंडिया गठबंधन की बैठक में कांग्रेस ने AAP से सम्पर्क नहीं किया था. बीते काफी समय से दोनों ही पार्टियों के खिलाफ दूरियां बढ़ती नजर आ रही हैं.

कांग्रेस और AAP में बढ़ी तल्खी !

एक तरफ जहां कांग्रेस AAP के खिलाफ नजर आ रही है तो वहीं दूसरी तरफ AAP प्रवक्ता ने नेशनल हेराल्ड केस में किसी की गिरफ्तारी नहीं होने को कांग्रेस बीजेपी की मिलीभगत बताया है. पार्टी की प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ का कहना है कि बीजेपी पिछले 10 सालों से चुनाव के आसपास नेशनल हेराल्ड का मुद्दा उठाती है, लेकिन किसी की गिरफ्तारी नहीं होती. ऐसा क्यों है? क्योंकि ये दोनों पार्टियां (कांग्रेस और बीजेपी) मिली हुई हैं. उन्होंने कहा कि जब फर्जी मामला बनाकर अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया जा सकता है तो राहुल गांधी को क्यों नहीं किया गया.