गुजरात सरकार ने बुधवार को विधायकों को आवंटित विकास निधि में बढ़ोतरी करने का फैसला किया है. गुजरात में विधायकों को अब हर साल 2.5 करोड़ रुपए विकास निधि मिलेगी. सरकार ने वार्षिक विधायक स्थानीय क्षेत्र विकास निधि को मौजूदा 1.5 करोड़ रुपए से बढ़ाकर 2.5 करोड़ रुपए कर दिया है. वहीं, सरकार द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में यह भी कहा गया है कि अतिरिक्त आवंटन का आधा हिस्सा जल संरक्षण पर खर्च किया जाना चाहिए.

जारी विज्ञप्ति में कहा गया, ‘मुख्यमंत्री ने विकास के लिए विधायकों को आवंटित अनुदान में उल्लेखनीय वृद्धि की है. विकास के रोल मॉडल के रूप में गुजरात की स्थापित पहचान को और अधिक मजबूत करने का प्रयास किया है.’ स्थानीय क्षेत्र विकास निधि के लिए विधायकों के मौजूदा वार्षिक अनुदान में एक करोड़ रुपए की बढ़ोतरी की गई है. वहीं, अब विधायकों को मिलने वाली कुल 2.5 करोड़ रुपए में से 50 लाख रुपए केंद्र की ‘कैच द रेन’ अभियान पर खर्च करने होंगे.

PM मोदी ने शुरू की थी ‘कैच द रेन’ पहल

गुजरात सरकार की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि अतिरिक्त धनराशि वर्षा जल के संग्रहण और भंडारण के लिए केंद्र की ‘कैच द रेन’ पहल पर ध्यान केंद्रित करते हुए निर्धारित की गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जल संरक्षण और वर्षा जल संचयन के लिए ‘कैच द रेन’ अभियान की शुरूआत की थी. वहीं, इसमें कहा गया है कि ‘कैच द रेन’ अभियान के लिए विधायकों को इस अतिरिक्त अनुदान से 50 लाख रुपए तक के कार्य कराने होंगे.

गुजरात के विकास को मिलेगी गति- CM

गुजरात 2018 से हर साल ‘सुजलाम सुफलाम जल अभियान’ का आयोजन कर रहा है. इसका मुख्य उद्देश्य वर्षा जल संचयन के माध्यम से भविष्य में जल सुरक्षा सुनिश्चित करने और भूजल स्तर को बढ़ाना है. मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अपने एक्स पर लिखा कि, ‘राज्य के विकास को गति देने के उद्देश्य से विधायकों को आवंटित अनुदान में बढ़ोतरी की गई है. यह निर्णय ‘विकसित भारत के लिए विकसित गुजरात’ के निर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण होगा.’